विवेक तिवारी की हत्या हुई है
यह सिस्टम के मुख पर तमाचा है
हमारा कोई क्या बिगाड़ लेगा
बर्खास्त हो जाएंगे
बाद मे बहाल हो जाएंगे
वह हत्यारा सिपाही देख कर ही लग रहा था
कितना निर्लज्ज ,निडर और बेखौफ
उस पर उसकी पुलिस पत्नी
एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है
एक परिवार का आधार छिन.गया है
बच्चों का पिता ,पत्नी का पति
मां का बेटा
वे कोई आंतक वादी नहीं थे
पढ़ें -लिखे इंसान
एक कंपनी का मैनेजर
ऐसी क्या बात कर दी
सीधे गोली चला दी
गुरूर मे डूबा हुआ यह पुलिसकर्मी
अपनी वरदी का धौस दिखा दी
एक निरपराध की जान ले ली
इसे सीधे जेल मे डाल दें
ताउम्र सड़ने के लिए छोड़ दिया जाय
सरकार बदलने से पुलिस का रवैया नहीं बदल जाएगा
वहीं लोग तब भी थे
अब भी हैं
सिस्टम को बदलना पड़ेगा
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Sunday, 30 September 2018
पुलिस तो वही बस सरकार बदली
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