भाजपा के भीष्म ,लालकृष्ण अड़वाणी
दो सीट से पार्टी को सत्ता के शिखर पर पहुंचाने वाले
उनका राजकीय अस्त हुआ है
गांधी नगर की सीट भी ले ली गई
पूरी तरह से किनारे कर दिया गया
मोदी राज आते ही उनके बुरे दिन शुरू हो गए थे
पार्टी का निष्ठावान सेवक का इस तरह निष्कासन
उगते सूर्य की सब पूजा करते हैं
पर सूर्यास्त भी अपनी लालिमा बिखेरते ही जाता है
सूर्यास्त का सौंदर्य सब कैमरे मे लेने को बेताब
पर अड़वाणी जी की बिदाई इस तरह
भाजपा रथ को देश भर पहुंचाने वाले को रथ से पूरी तरह उतार दिया गया
मार्ग दर्शक मे शामिल कर उनको मौनी बाबा बना दिया
पार्टी और लोग उनके योगदान को भूल गए
या सत्ता के लालच मे मुंह बंद हो गया
सही भी है
कुर्सी की खातिर सब संभव है
जमीर की तो बात ही नहीं आती
बूढ़े हो गए लोग
समाज से परिवार से उपेक्षा
तब पार्टियां इससे अलग तो नहीं
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Monday, 25 March 2019
लालकृष्ण अड़वाणी का राजकीय अस्त
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