किसी ने घडे से पूछा
तुम हर परिस्थिति में ठंडा ही रहते हो
गर्मी के मौसम में भी ठंडा
तुम्हें कभी क्रोध नहीं आता
घडे ने उत्तर दिया
भैया ,मैं मिट्टी से बना हूँ
एक दिन फिर उसी मिट्टी में मिलने वाला हूँ
मुझे अपनी नियति पता है
तभी तो हर हाल में मैं एक ही जैसा रहता हूँ
किसी बात का मुझ पर कोई असर नहीं होता
यह बात तो सभी जीवों पर लागू
कब तक रहेगा कोई
यह मिट्टी का शरीर मिट्टी में मिलने वाला है
तब क्रोध ,घमंड क्यों ??
माटी कहे कुम्हार से
तू क्यों रौदे मोय
एक दिन ऐसा आएगा
मैं रौदूगी तोय
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