कभी ईश्वर को भी छुट्टी दे दिया जाए
हर समय उनसे कुछ न कुछ मांगना
कभी हम भी किसी मांगने वाले को दे आए
हर समय उनके आगे आंसू बहाना
कभी हम भी किसी के आंसू पोंछ आए
हर समय अपना ही दुखडा रोना
कभी किसी और के दुखडे को भी सुन ले
उस पर सहानुभूति का मरहम लगा दे
बडी बडी इच्छाओं का पिटारा हमारा
कभी किसी की छोटी सी इच्छा ही पूरी कर दे
भूखे को भर पेट खाना खिला दे
किसी के मुखडे पर हंसी बिखेर दे
हम ईश्वर तो नहीं हो सकते
पर उसने जो दिया है
उसे थोड़ा दूसरों में भी बाँट दे
जरूरतमंदों की मदद कर दे
प्यार के दो बोल दे
कभी उसे भी छुट्टी दे दिया जाए
जो जीवन दिया है
उसका कर्तव्य निभाया जाय
कभी अपने लिए छोड़ दूसरों के लिए भी जिया जाए
कभी ईश्वर को भी छुट्टी दे दिया जाए
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