Monday, 1 July 2019

बस आ जाओ

तुम्हारे आने की आहट
धीरे-धीरे
हौले हौले
फिजा में भी बहार
वह तुम पर फिदा
शमा रंगीन
सांझ सुहानी
सूरज भी मद्धिम-मद्धिम
पत्तों में सरसराहट
फूलों में मुस्कुराहट
तुम्हारे आने की खुशबू
से महक उठा है सब
आ जाओ
धीमे से
हौले से
गुनगुनाते
बल खाते
इंतज़ार तुम्हारा
बेसब्री है
बस आ जाओ

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