Sunday, 4 August 2019

वही तो मित्र है

शीतल हवा के झोंको से सहला दे
फूलों की खुशबू सी सुगंध जीवन में भर दे
धरती पर भी चांद - तारों की कल्पना से सराबोर कर दे
मन से जी भर अठखेलियां कर ले
हमेशा चहल-पहल और रौनक बनाए रखे
ऑखों में ऑसू न आने दे
मन के भावों को अपने आप पढ ले
बिना कुछ कहे सब समझ जाए
हाथों में हाथ लेते ही बिन बोले सब कह जाए
प्रेम और विश्वास से भर दे
हर वक्त तत्पर रहे
हर मुसीबत मे खडा रहे
हर समस्या का समाधान जिसके पास हो
हंसना और मुस्कुराना सिखाए
वही तो मित्र है

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