Friday, 13 September 2019

जीने का अधिकार

औरत है भगवान नहीं
त्याग की देवी
ममता की मूर्ति
पतिव्रता
सहनशक्ति
क्षमाशीलता
मधुरता
कोमलता
सौंदर्य की देवी
कुलवधू
परिवार की आत्मा
इज्जत और सम्मान
सभी गुण नारी के
पुत्र कुपुत्र हो सकता है पर माता नहीं
वह देवी है
आदिशक्ति है
गृहलक्ष्मी है
सुकन्या है
सुगृहणी है
साथ में यह याद रखना है
वह एक इंसान है
उसके पास दिल है
भावना है
इच्छा है
वह भी आहत होती है
त्याग की मूर्ति बना दिया
यह भूल जाते हैं
जीने का अधिकार उसे भी है
सभी के लिए जीना
पर अपने लिए भी जी तो जीए

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