आज सब कुछ शांत शांत
सब बदला बदला सा
सब ताजा ताजा
कहीं कोई विचार नहीं
बस जो चल रहा है वह स्वीकार
सोच विचार कर क्या
जो होना होगा वह तो होगा
तब डर और भय काहे का
न हमारे हाथ में कुछ
न तुम्हारे हाथ में कुछ
जतन जितना भी करो
समय क्या करें और कराए
यह तो कोई नहीं जानता
यह बात समझ आई
तब नीरव शांति छाई
कब तक यह रहेंगी
यह पता नहीं
हाँ आज और अभी शांत
मन कहीं चला गया है
जब लौटेंगा
तब हलचल के साथ
अभी की सच्चाई यही है
आज सब कुछ शांत शांत
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
Monday, 25 May 2020
आज सब कुछ शांत शांत
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment