हमें गाँव जाना है
अपने घर जाना है
बस अब नहीं रहना है
अपने वतन और देश जाना है
सब सुविधा है यहाँ
फिर भी नहीं रहना है
सारे इंतजाम है
फिर भी जाने का है इंतजार
आए थे यहाँ कमाने
अपने परिवार को छोड़
फिर उनके पास जाना है
उनके लिए ही तो आए थे
अब फिर उनके लिए ही जाना है
अपनों के बीच रहेगे
सुकून से जीएगे
नमक रोटी खाएंगे
जीए या मरे
कम से कम अपनों के बीच तो रहेगे
सब कुछ है यहाँ
पर अपने नहीं है
घर से दूर
अपनो से दूर रहना सबसे बडा दंश
वह तो वही जानेगा
जिसने इस दंश को झेला हो
सुख में साथ हो न हो
पर दुख में साथ जरूरी है
हिम्मत और हौसला
जीने का जज्बा मिलता है
मत रोको हमें
मेहरबानी कर पहुँचा दो
बस अब नहीं रहना है
हमें गाँव जाना है
अपने घर जाना है
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Tuesday, 2 June 2020
हमें गाँव जाना है
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