दिलीप कुमार साहब की मृत्यु की खबर सुनी
दुख हुआ
बात करते समय कहा भारत का कोहिनूर चला गया
सामने वाले ने जवाब दिया
यार हर कोई अपने घर का
अपनों और परिवार का कोहिनूर ही होता है
बात सही भी है
हमारा जो भी अजीज हो
पति हो
बेटा हो
बेटी हो
माता पिता हो
भाई बहन हो
मित्र हो या और कोई
यह सब वास्तव मे हमारे लिए कोहिनूर से कम नहीं
इनके रहने न रहने का फर्क हम पर पडता है
जिसने अपना कोहिनूर खोया है वह इसकी कीमत जानता है
जिसका कोहिनूर उसके साथ है
वह उसकी चमक जानता है
खोने और पाने के बीच एक जिंदगी होती है
उसमें हमारे अपने होते है
हर सदस्य हमारा कोहिनूर ही होता है
वह प्रसिद्धि पर हो
सामान्य और साधारण हो
पर हमारा कोहिनूर तो होता ही है
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Saturday, 10 July 2021
हर कोई अपने घर का कोहिनूर होता है
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