Saturday, 10 July 2021

हर कोई अपने घर का कोहिनूर होता है

दिलीप कुमार साहब की मृत्यु की खबर सुनी
दुख हुआ
बात करते समय कहा भारत का कोहिनूर चला गया
सामने वाले ने जवाब दिया
यार हर कोई अपने घर का
अपनों और परिवार का कोहिनूर ही होता है
बात सही भी है
हमारा जो भी अजीज हो
पति हो
बेटा हो
बेटी हो
माता पिता हो
भाई बहन हो
मित्र हो या और कोई
यह सब वास्तव मे  हमारे लिए कोहिनूर से कम नहीं
इनके रहने न रहने का फर्क हम पर पडता है
जिसने अपना कोहिनूर खोया है वह इसकी कीमत जानता है
जिसका कोहिनूर उसके साथ है
वह उसकी चमक जानता है
खोने और पाने के बीच एक जिंदगी होती है
उसमें हमारे अपने होते है
हर सदस्य हमारा कोहिनूर ही होता है
वह प्रसिद्धि पर हो
सामान्य और साधारण हो
पर हमारा कोहिनूर तो होता ही है

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