ऑसू क्यों आने देते हो
सबके सामने क्यों रोते हो
यह दुनिया है
उसे तुम्हारे ऑसू बहुत भाएगे
वह तो चाहेगी
तुम और रोओ
कमजोर पडो
तभी तो वह खुश होगी
उसको सामने सहानुभूति जताने का
पीठ पीछे बुराई का कारण जो मिल जाएंगा
वह खुश हो जाएंगी
अपने ऑसूओ को जाया मत करो
हो सके तो अंदर ही अंदर पी जाओ
नहीं तो अकेले में रो लो
उस ईश्वर के सामने
जिसके पास तुम्हारे ऑसू पोछने की सामर्थ्य है
दुनिया वालों के सामने क्या रोना
उनको बातें बनाने का मौका क्यों देना
ऑसू बहुत कीमती है
इसे किसी भी ऐरे - गैरे के सामने निकालकर जाया मत करों
इसका अपमान मत करों
यह साथी है दुख के पीडा के
इन्हें ऐसे ही मत आने दो
ऑसू क्यों आने देते हो।
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Monday, 30 August 2021
आंसू क्यों आने देते हो
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