घनघोर अंधेरा
कडकडाती - फडफडफडाती बिजली
हवा अपने तूफानी वेग में
सब लोग कहीं न कहीं दुबका
सबके मन में भय समाया
साथ ही यह आशा भी है
एहसास भी है
यह तूफानी बरसात हमेशा नहीं रहने वाली
कुछ समय के लिए है
फिर सब कुछ सामान्य
हाँ जाते जाते
तहस- नहस कर जाएंगी
वह तो फिर से निर्माण हो जाएंग
सूरज तो निकलेगा ही
वह तो हमेशा का है
ये तूफान तो कभी-कभी
आएंगे और जाएंगे
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