मुद्दा तो दूसरे बन गए
असली बात तो पीछे
किसने किसको क्या बोला
किसका अपमान किया
इन सबसे तो पेट नहीं भरता
घर नहीं चलता
पढाई - लिखाई नहीं होती
विकास न घर का न देश का
आज की स्थिति यही है
विकास का मुद्दा
गरीबी और मंहगाई का मुद्दा
स्वास्थ्य और शिक्षा का मुद्दा
सामान्य जनता की समस्याओं के समाधान का मुद्दा
सब बाजू में
बस सब नेताओं के अपने - अपने व्यक्तिगत मुद्दे
बखिया उघेडी जा रही
परत दर परत भूतकाल की
वर्तमान छूटा जा रहा
उसकी सुध नहीं
किसने क्या किया था
यह अब छोड़ दो
आज को देखो
वर्तमान पर ही भविष्य की नींव
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