न किसी का सुना
हम अपने ही में मस्त रहें
मेहनत करते रहें
मुकाम हासिल करने की कोशिश भी करते रहें
बहुत कुछ हासिल भी किया
उलट कर जवाब भी नहीं दिया
तब भी लोग हमारे बारे में न जाने क्या क्या सोच लेते हैं
अब दुनिया की यह फितरत है
अपने आप बातें गढ लेना
जो हम नहीं जानते हमारे बारे में
वह सब भी वे जान जाते हैं
कोई घमंडी समझता है
कोई कुछ और
अब इनका क्या करें
इनकी सोच तो बदल नहीं सकते
No comments:
Post a Comment