Friday, 30 June 2023

मृत्यु से डर

डर यह बडा खतरनाक है
जीने का मजा ही किरकिरा कर देता है
बचपन का डर फिर भी ठीक था 
पढाई और होमवर्क का डर 
जैसे जैसे बडे हुए 
डर का दायरा बढता गया
रास्ते पर चलने से डर 
छेड़खानी से डर 
किसी से बात करने से डर 
कोई क्या कहेगा 
इस बात का डर 
क्या पहनना - ओढना 
कहाँ जाना - आना 
सब पर दूसरों की मर्जी 
ब्याह होने पर ससुराल वालों का डर
सास , नन्द,  जेठानी का तो होता ही है
सबसे ज्यादा जीवनसाथी से डर 
कहाँ साथ देगा कहाँ नहीं 
समाज का परिवार का अडोस - पडोस का 
रिश्तेदारों का सगे - संबंधियों का
ऐसे न जाने कितने डर से डरते हुए 
आज जब उमर बीती तब
बुढापे का डर 
बीमारी का डर 
बच्चों से डर कि कैसा रखेंगे 
आनेवाले दिन कैसे रहेंगे 
मौत कैसे आएंगी 
जिंदगी से तो डरते ही रहें 
मृत्यु से भी डर 

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