Saturday, 2 September 2023

मेरा डाॅगी

उसकी वजह से मेरा घर गुलजार रहता है
मुझे अकेला पन महसूस नहीं होता
जी भर कर लाड लडाता है
इसकी वजह से मैं सुरक्षित महसूस करता हूँ 
यह अपना तो नहीं पर अपनापन है
यह बोल नहीं सकता
पर जता देता है
इस पर मैं ऑख मूंद कर विश्वास कर सकता हूँ 
यह संकट की घड़ी में डट कर खडा होता है
यह खतरे को दूर से ही सूंघ लेता है
अजनबियों के लिए यह काल होता है
यह मेरे जैसा नहीं है
न हमारे में से कोई है
हमसे अलग है 
तब भी प्यार है 
समझ ही गए होंगे 
यह कौन है 
यह है मेरा डाॅगी 

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