दूसरे को उपदेश देना बहुत आसान है पर अमल करना मुश्किल
कुछ लोगों के पास आपकी हर समस्या का समाधान रहता है
चाहे वह खाने से लेकर डॉक्टर हो या
पढाई से लेकर पोशाक हो
हर क्षेत्र में माहिर
ऐसा करो तो ऐसा नहीं करो
पर असल में मदद करने वाले कम ही होते हैं
बात करने और बडाई मारने में क्या जाता है
सामने वाला तो जैसे कोई अलग दुनिया से आया है
उसे कुछ मालूम नहीं है
हर जगह ऐसे शख्स मिल जाएगे
न मॉगने पर भी मुफ्त में सलाह देने को राजी
अगर मना कर दें तो जवाब
हमारा क्या,हम तो आपके भले के लिए ही बता रहे थे
कौन समझाए कि हर दिन आपकी सलाह सुनते - सुनते हम थक गए है
अपनी सलाह हम पर मत थोपे
पर ये तो बाज नहीं आएगे अपनी आदतों से
इनका दिल है कि मानता नहीं
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Friday, 17 June 2016
दिल है कि मानता नहीं - पर उपदेश कुशल बहुतेरे
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