Wednesday, 14 June 2017

मैं और मेरा संसार

यह हरी- भरी झाडियॉ
इस बगियॉ में लगे हुए फूल
इनसे मेरा दिल का नाता है
यह ऐसे ही फूले- फले और महके
सुंदरता में चार चॉद लगाए
सब जगह अपनी खुशबू बिखेरे
बगिया का माली और क्या चाहेगा
उसका लगाई हुई बगिया दर्शनीय हो
लोग उसको सराहे- निहारे
बगियॉ के साथ- साथ परिवार की भी वंशबेल बढती रहे
वे उन्नति और समृद्धि के रास्ते पर अग्रसर हो
चारो ओर उनकी ख्याति फैले
पढे- लिखे और काबिल बने
लोग उनको जाने
पर मैं भी उनके नाम से जानी जाऊ
मॉ का बेटा तो होता ही है
पर बेटे की मॉ होना गर्व की बात है
यह इनकी मॉ है
सुन कर गौरवान्वित महसूस करू
मेरी बगिया और परिवार हमेशा महके
मैं सुकुन से देखू
ईश्वर से प्रार्थना है सब सही - सलामत रहे
मेरी बगिया ऐसी ही महकती रहे
धूप- ठंडी ,ऑधी- तूफान का उन पर कोई असर न हो
ईश्वर उनको हर कठिनाई से पार होने की शक्ति दे

मेरे मन मंदिर में तुम्हारा वास हो

हाथ में तुम्हारी माला हो होठो पे तुम्हारा नाम हो

तुम्हारी कृपा हम पर अपरम्पार रहे

तुम्हारा हो साथ तो किसी और की क्यों आस

हम तो है तुम्हारे ही सदा 

यह मत भूलना दयानिधान

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