खिडकी पर बैठा कौआ कांव -कांव कर रहा
माँ उसको रोटी देती
गरम -गरम रोटी खाता और उड जाता
यह उसका नित्य का नियम था
माँ को लगता उनके दिवंगत पति आते हैं
मेरे पति को यह अच्छा नहीं लगता
कोए को क्यों खिलाते हैं
कर्कश स्वर मे कांव कांव करता है
इससे तो कोयल अच्छी
मीठा तो बोलती है
यह सही वह मीठा बोलती तो है
पर उसका क्या लाभ???
कौआ तो हमसे जुड़ा है
गंदगी को साफ करता है
अतिथि के आगमन का संदेश देता है
पितर के नाम से खाता है
जग.मे काम की पूजा होती है
इसलिए कौए को सब भोजन देते हैं
रूखी -सुखी या फिर स्वादिष्ट
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Wednesday, 9 May 2018
मीठे बोल या काम
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