Wednesday, 23 January 2019

बचपना कायम रखना है

बडा बनना है
पर बचपना कायम रखना है
बचपन से सीखना है जीना
हर पल खुश रहना है
बिना कारण भी मुस्कराना है
अजनबी या परिचित
सबको अपना समझना है
लड़ाई को भूल जाना है
कट्टी से बट्टी मे ज्यादा देर नहीं लगाना है
जो है जैसा है
वही दिखाना है
मुखौटा नहीं ओढ़ना है
सच बोलना है
व्यंग्य की भाषा नहीं समझना है
जिद पर आ जाए
वह करके ही रहना है
एक चाकलेट और बिस्किट मे ही
इतराना है
दोस्ती मे ईमानदारी रखना है
मेहमान को देख उछल पड़ना है
उसका मन से स्वागत करना है
अपने खिलौनों मे उसे भी शामिल करना है
खाना बांटकर खाना है
चिंता से दूर रहना है
कुछ भी नहीं छिपाना है
लोग क्या कहेंगे
उससें कोई फर्क नहीं पड़ना है
सुख भरी नींद सोना है
गिरकर फिर उठ जाना है
गिरते रहे पड़ते रहे
पर हार नहीं मानना है
हर खेल को आजमाना है
उसे बखूबी खेलना है
बड़ा बनना है
पर बचपना कायम रखना है

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