कभी-कभी हम गलत नहीं होते
सामने वाला होता है
सजा स्वयं को देते हैं
खीझते है
चिल्लाते हैं
गुस्सा होते हैं
और वह शख्स शांत रहता है
मुस्कराता रहता है
ऐसे मोटी चमडी के लोग हर जगह मिल जाएंगे
घर में बाहर
मुहल्ले में दफ्तर में
आपको समय कुछ देंगे
आप पहुंच जाएंगे
वह आराम से लेट आएंगे
कोई न कोई बहाना बना देंगे
यह हमेशा होता है
करता कोई और
भुगतना किसी और को
छुटकारा भी नहीं पा सकते
न इनको बदल सकते
बस कुढते रहे
अपनी तबियत खराब करते रहे
और यह मजा करते रहे
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Tuesday, 19 November 2019
मोटी चमडी के लोग
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