आदमी मरने के बाद
कुछ नहीं सोचता
कुछ नहीं कहता
कोई आवाज नहीं उठाता
निशब्द हो जाता है
कोई हलचल नहीं
निर्जीव हो जाता है
किसी का प्रतिकार नहीं करता
कुछ नहीं देखता
ऑखे पथरीली हो जाती है
शरीर में कोई स्पंदन नहीं
सुन्न पड जाता है
कभी गुस्सा नहीं आता
धमनियों में रक्त प्रवाह रूक जाता है
कभी दिल नहीं धड़कता
दिल की धड़कन ही बंद हो जाती है
अगर यह सब लक्षण
किसी जीवित में है
तब वह जिंदा लाश है
क्योंकि जब मर जाता है
तभी सब भावना मर जाती है
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Monday, 6 January 2020
मरा हुआ आदमी
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