जीने की आशा जगी है
मन में विश्वास जगा है
अब सब कुछ होगा
वह अच्छा ही होगा
ऐसा लगने लगा है
बहुत दुःख झेल लिया
बहुत पीड़ा सह ली
इतने पर भी ऊफ न की
आज खुशियों का आगमन हुआ है
कुछ अजीब सा लगा है
ऐसा अचानक से हुआ है
यही तो गलतफहमी है
बरसों लग गए हैं
तब जाकर यह दिन आया है
समय ने पलटा खाया है
सब कुछ झोली में भर गया है
हर मांगी मुराद पूरी हुई है
हर ख्वाहिश पूरी हुई है
यह उस तपस्या का परिणाम है
जिसका बीडा बरसों पहले लिया था
पूरा अब हुआ है
घूरे के भी दिन फिरते हैं
यह तो सुना था
आज साक्षात्कार भी हो गया
माता लक्ष्मी की कृपा बरसी
सरस्वती का वरदहस्त रहा
कर्म का फल मिला
समय का बदलाव हुआ
परिस्थितियों का सामना करता
जीवन का रंग खिला
अब जीना है
जम कर जीना है।
खुशियों के साथ खिलखिलाना है
जीने जैसा जीना है
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Wednesday, 13 January 2021
जीने जैसा जीना है
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