Monday, 4 January 2021

बीस जैसा डरावना साल आज तक नहीं देखा

ऐसा डरावना साल
आज तक नहीं देखा
युद्ध देखे
प्राकृतिक विपदा देखी
सुनामी देखी
बाढ और अकाल देखा
भूकंप देखा
कुछ दिन बाद सबको फिर उठ खडे होते देखा
सब सामान्य होता देखा
हलचल और क्रियाकलाप देखा
सबको ठप्प कर जाय
यह पहली बार देखा
कुछ दिन नहीं
महीनों बीत गए
साल खत्म हो गया
फिर भी डर अभी तक कायम है
मिलने जुलने से डर
घर से बाहर निकलने में डर
यह भी किसी एक देश या क्षेत्र में नहीं
सभी आ गए इसके लपेटे में
लगता है अब
सब कुछ ठीक हो जाएंगा
अचानक घोषणा
फिर बंद
फिर आवागमन बाधित
कहीं जाने से डर
वहीं न अटक कर रह जाएं
मृत्यु का साया
आसपास मंडराते देखा
ऐसा डरावना साल
आज तक नहीं देखा
गुजरा है फिर भी मन डरा - डरा
सहमा - सहमा
अनहोनी की आशंका मन में समाई
आ गई है वैक्सीन
फिर भी है दुविधा
इसी दुविधा में पडी सारी दुनिया
गोल है दुनिया
यह सच है
सब गोलमोल हो जाएंगा
यह नहीं सोचा
बीस ने बहुत गुल खिलाएं
जो न कभी किसी ने देखा
वह दिखा दिया
सारी दुनिया को एक ही प्लेटफार्म पर ला खड़ा किया
ऐसा डरावना साल
आज तक नहीं देखा

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