आओ- आओ हमारी पाठशाला ,अपनी पाठशाला
आज है पाठशाला की छटा निराली
मेला लगा है मनभावन
बच्चे ,बूढे ,जवान ,महिला ,सबका स्वागत
मौज- मस्ती करो,नाचो- गाओ
खाओ- पीओ ,धूम मचाओ ,झूले झूलो ,गेम खेलो
पाव- भाजी ,बिरियानी , सेव- पुरी ,भेलपुरी
देशी- विदेशी सब व्यंजन , चाइनीज भी ,फ्रेंकी भी
गोला से लेकर थम्स तक
गर्म चाहे ठंडा ,सब है हमारे यहॉ
कडक गर्म चाय- कॉफी और ठंडी- ठंडी आईसक्रीम भी
रंगबिरंगी लाईट और गुब्बारों से सजा लॉन हमारा
हरियाली और बिजली का खेल
न देखा होगा ऐसा मेल
डी ं जें ं भी है ,गूंजती संगीत की लहरियॉ भी
अपनों के साथ आओ ,पुराने मित्रों को बुलाओ
मस्त महफिल जमाओ ,मेले की रौनक बढाओ.
खाओ - खिलाओ ,हुडदंग मचाओ
श्यामा भी आओ ,अफसाना भी आओ
रॉर्बट भी आओ ,रूस्तम भी आओ.
चिंकी - मिंकी ,भोलू- गोलू
सब मिलकर आओ ,मेले की शोभा बढाओ
मौज- मजा करो और खुशी- खुशी घर जाओ
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Monday, 29 November 2021
हमारी पाठशाला
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