Thursday, 2 December 2021

तब भी संसार तो इन्हीं से चलता है

रिश्ते नाते प्यार वफा सब
नाते हैं नातों का क्या
कोई किसी का नहीं है
यह गाना सुना था

यह सही है
फिर भी संसार तो इन्हीं से चलता है
बिना रिश्तों के
बिना अपनों के जिंदगी की कल्पना

नहीं वह तो नीरस हो जाएगी
जीने का मजा ही खत्म
हाँ रिश्तों की भी मियाद होती है
जो किसी समय अजीज होते हैं
एक समय भार लगने लगते हैं

फिर भी सोचो तो जरा
उस पल को याद करों
जब ये साथ थे
कितनी खुशियाँ थी
कितना समय हमने सुख दुख बांटा है
गमी और खुशी बांटी है
मजा और मजाक किया है

हो सकता है
आज रिश्तों में वह बात नहीं रही
पर जीवन का अभिन्न अंग है वे
वे साक्षी है हमारे संबंधों का
इसलिए इन्हें पूरी तरह झुठला नहीं सकते
उसी पर जीवन की नींव मजबूत खडी है

वक्त बदलता है
विचार बदलते हैं
सबंध भी बदलता है
जो बात पहले थी अब नहीं रही
तब भी संसार तो आज भी इन्हीं से चलता है ।

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