वह इतना सुंदर और नक्काशीदार था कि उस पर से ऑखें नहीं हटती थी
आते आते एक जगह फूलों की दुकान दिखी
वहाँ एक से एक गुलदस्ते रखे हुए थे
एक सुंदर सा गुलाब के फूलों से बना हुआ ले लिया
घर आकर एक कोने में टेबल पर गुलदान रख उसमें गुलदस्ता रख दिया
यह सोने पर सुहागा जैसा लग रहा था
सुबह सो कर उठने पर देखता क्या है
चीनी मिट्टी का गुलदान चकनाचूर हुआ है नीचे गिरकर
बगल में मुर्झाया हुआ गुलदस्ता
गुलदान टूट गया
पैसा व्यर्थ गया ।दुखी हो गया
लेकिन गुलदस्ता मुरझाने का दुख नहीं हुआ
तात्पर्य कि जो हम अपेक्षा रखते हैं वह टूट जाएं तो यह स्वाभाविक है
और जो पता है
यह तो ऐसा ही है वहाँ उतना दुःख नहीं होता
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