Thursday, 4 August 2022

स्वाद और रस

भोजन में स्वाद हो
जब मसाले और तेल हो
कुछ गर्म कुछ ठंड
कुछ तीखी कुछ कसैली 
कुछ चटक कुछ मटक
किसी का नाम काली मिर्च 
किसी का नाम धनिया
किसी का इलायची तो किसी का लौंग 
सबकी तासीर अलग-अलग 
सब मिलकर जान डाल देते हैं 
स्वादिष्ट बना देते हैं 
फिर वह चाहे दाल - चावल हो
पनीर - मटर और बिरियानी हो
शाकाहारी हो या मांसाहारी हो
छौंक और तडका जब लगता है
तब भोजन भी जानदार

यही तो स्वाद जीवन में भी चाहिए 
तभी तो जीने का रंग निखरेगा 
वह होते हैं अपने दोस्त 
हर दोस्त अलग-अलग 
फिर भी जब साथ मिल जाएं 
तब शमा तो रंगीन हो ही जाएंगी 
जीवन आसान हो जाता है
जब सब साथ मिलकर खिलखिलाते हैं 
तब पूरी प्रकृति उनके साथ हो उठती है
तब यह तो कह ही सकते हैं 
  मसालों बिना भोजन में स्वाद नहीं 
  दोस्त बिना जीवन में रस नहीं। 

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