Saturday, 19 November 2022

जिंदगी का साथ निभाना

खाना खाएं या न खाएं 
गाना गाए या न गाए
रोएं या हंसे
काम करें या न करें 
जीना तो है ही
जिंदगी इतनी जल्दी साथ नहीं छोड़ती 
उसका एक अपना वक्त होता है
वह तो उसी अनुसार चलेगी 
आप चलो या न चलो
वह तो चलती रहेगी 
समझदारी तो इसी में है
उसके साथ-साथ चलना
कदम से कदम मिलाकर चलना
तुम साथ चलो तब देखो 
वह कैसे दौड़  लगाती है
तुमसे एक कदम आगे
तुम जब तक सोचेगे 
तब तक वह चल देगी
चलना ही तो जिंदगी है
रुकना तो मौत है
जीते जी मौत क्यों??
हंसे , खिलखिलाएं,  गाएँ 
जिंदगी का साथ निभाएँ। 

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