Wednesday, 24 April 2024

हे पालनहार

मन में उथल-पुथल 
हो गया दिशा भूल 
असमंजस में है मन
नहीं दिखता कुछ 
अंधेरा ही अंधेरा
ऐसे में घबराता इंसान 
भविष्य से अंजान 
छोड़ता तुम पर दारोमदार 
बस कृपादृष्टि बनाए रखना पालनहार 

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