Saturday, 8 March 2025

कमजोर नहीं है नारी

उसे न कमजोर समझो न दबाकर  रखो 
उसकी ताकत को पहचानो 
उसकी अहमियत को मिटने न दो 
उसके व्यक्तित्व को निखारों 
उसे जबरन मत दबाओ 
अपनी ताकत की आजमाइश उस पर न करो 
उसे प्यार दो 
उसे सम्मान दो 
उसकी क्षमता को पहचानो 
उसे उड़ान भरने दो 
वह तो कोमलता से ओतप्रोत हैं 
उसके ह्दय में प्यार का सागर लहराता है 
वह ममता से परिपूर्ण है 
वह तुम्हारी दुनिया बदल देंगी 
बड़ी ताकत और धैर्य है उसके पास 
उसके ऑसू पर मत जाना 
वह भावुक जरूर है कमजोर नहीं 
वह सब कुछ लुटा देंगी तुम पर
वह अपने को भी मिटा देगी 
उसके बिना तो सृष्टि अधूरी 
संसार का सृजन अधूरा 
परिवार की बागडोर उसके हाथ 
उसके बिना तो हमारे ईश्वर भी अधूरे 
शिव की शक्ति और कृष्ण की राधा है वह 
रामायण की सीता और महाभारत की द्रौपदी है वह
लक्ष्मीबाई और अहिल्याबाई होल्कर है वह
सावित्रीबाई फुले और मदर टेरेसा है वह
इंदिरा गांधी और सुषमा स्वराज है वह
मैरी काॅम और लता मंगेशकर है वह
कला - संगीत और अभिनय की महारथी है वह
कमला हैरिस भी है बेनजीर भुट्टो भी है 
क्या नहीं है वह
असीमित क्षमता से भरी 
उसे मत दबाओ 
दासी मत बनाओ 
उसे सफलता का परचम फहराने दो 
फलने - फूलने और उड़ान भरने दो 
उसे गर्भ में मत मारो 
संसार में आने दो 
तहे दिल से स्वागत हो 
आधी आबादी की ताकत पहचानो 
तुम एक टुकड़ा दोगे 
वह पूरा आसमान देंगी 
हाॅ यह जरूर करो 
उसे न कमजोर समझो न दबाकर रखो 
अबला नहीं सबला है वह 

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