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Friday, 10 February 2017
बिदा होने का समय है मत उदास होना ऑखों में ऑसू और चेहरे पर मुस्कराहट यह पल बहुत याद आएगे मन की मानो तो तो कहता है कि बस यही रूक जाओ पर वह तो संभव नहीं आकार देकर तुम्हें घडा बना दिया अपने पैरों पर खडा कर दिया तुम चले जाओगे पर थोडा सा यही रह जाओगे अपने बचपन की शैतानियों और भोलेपन के साथ वैसे ही जैसे रह जाती है बारीश के बाद मिट्टी की सौंधी सी गंध न तुम भूलोगे और न हम भूलेंगे जब भी बचपन को मुड कर देखोगे हम तो जरुर याद आएगे ऑखों से दूर सही पर दिल से कहॉ जाओगे जानेवाले तुम हमें बहुत याद आओगे नव यौवन ,नव वसंत ,नवजीवन में प्रवेश सब बहुत- बहुत मुबारक हो जीवन में आगे बढो विकास के पहले पायदान पर पहुँचो और एक पाठशाला औरशिक्षक के लिए इससे बडा मान- सम्मान और गर्व की बात क्या होगी जब उसका पढाया वह क ख ग घ और abcd और २+२-४ वाला बच्चा आज ऊँचाई पर चढ अपनी सफलता के परचम फहरा रहा हो जिंदगी के अगले पायदान के लिए बहुत- बहुत शुभ कामना
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