जन गण मन शुरू हुआ
विज्ञापन के बाद
कुछ लोग उठे स्वेच्छा से
कुछ लोग दूसरों को देख
कुछ जबरन मुंह बनाते हुए
कुछ टेक कर दिखाने की कोशिश करते
तब तक राष्ट्र-गान खत्म हो चुका
क्यों जबरन लादा जाता है
क्यों नहीं मन से सम्मान
इसी के लिए न जाने कितने लोगों ने बलिदान दिया
हम खडे भी नहीं हो सकते सम्मान में
राष्ट्र तो सबका है
सब कुछ दिया है
इसी के हवा पानी पर हमारा जीवन है
रोटी कपड़ा और मकान है
हम स्वतंत्र हैं
उनसे पूछो
जिनको कोई शरण देने को तैयार नहीं
चोरी छिपे घुसने का प्रयास
हमारे साथ तो ऐसा नहीं
बहुत भाग्यशाली हैं हम
जो इतना सुन्दर देश है
यह बहुमूल्य सौगात मिली है पूर्वजों से
तब हम क्या कुछ समय के लिए देश को सम्मान नहीं दे सकते
कुछ ही समय क्यों
हमेशा देश प्यार का जज्बा रहना चाहिए
उसके लिए दिल धड़कना चाहिए
जननी और जन्मभूमि
इनका त्रृण तो उतारा नहीं जा सकता
पर सम्मान तो किया जा सकता है
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Friday, 22 November 2019
तिरंगे का सम्मान
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