Friday, 13 December 2019

उठो सोनेवालो

रात बीती सुबह हुई
सूरज निकला
चिडिया चहकी
कली खिली
फूल मुस्कराए
ओस की बूँद झिलमिलाई
मुर्गे ने हुंकार भरी
यह कहते
चलो उठ जाओ सोनेवालो
अब तो सुबह हुई
कुछ काम करो
चुस्ती और स्फूर्ति लाओ
आलस छोड़ो
नया दिन
नई आशा
नए सपने
उन सबको साकार करो
जो सोया वह खोया
जो जागा वह पाया
तब जागो
कल की बात पीछे छोड़ो
रात के साथ वह भी गई
नया सबेरा
नई आशा के साथ आया है
यह संदेश देते
सूरज की सुनहरी किरण की तरह
तुम भी रोशन हो
अपनी रोशनी को हर जगह फैलाओ
उठो ,तैयार हो जाओ
लक्ष्य प्राप्ति में लग जाओ

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