Thursday, 19 November 2020

वर्तमान तो वर्तमान ही है

समय कभी रूकता नहीं है
किसी के लिए भी
आज जो सही लगता है
कल गलत लगेगा
लोगों की धारणा बदल जाती है
वह केवल इतिहास का पन्ना भर रह जाता है
जिसे लोग अपने अनुसार आंकते है
भूतकाल तो भूतकाल ही है
वर्तमान तो वर्तमान ही है
वर्तमान की अपनी सोच
उसे क्या मतलब
आप झोपड़ी में रह रहे थे
अपनी मेहनत पर यह विशाल महल खडा किया है
उसकी तो ऑखे महल में ही खुली
तब तो वह वही सोचेंगा
आप अपने कष्ट और त्याग की दुहाई देंगे
उसे कोई फर्क नहीं पड़ता
जो कुछ किया
वह आपका फर्ज
आपको करना था
आपका मन था
इसलिए किसी को बताना आवश्यक नहीं
हमने यह किया
भूतकाल पीछे छूटा है
वर्तमान विद्यमान है
उसी में रहें
उसी में सोचें
तभी ठीक है
स्वयं के लिए भी
दूसरों के लिए भी

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