समय कभी रूकता नहीं है
किसी के लिए भी
आज जो सही लगता है
कल गलत लगेगा
लोगों की धारणा बदल जाती है
वह केवल इतिहास का पन्ना भर रह जाता है
जिसे लोग अपने अनुसार आंकते है
भूतकाल तो भूतकाल ही है
वर्तमान तो वर्तमान ही है
वर्तमान की अपनी सोच
उसे क्या मतलब
आप झोपड़ी में रह रहे थे
अपनी मेहनत पर यह विशाल महल खडा किया है
उसकी तो ऑखे महल में ही खुली
तब तो वह वही सोचेंगा
आप अपने कष्ट और त्याग की दुहाई देंगे
उसे कोई फर्क नहीं पड़ता
जो कुछ किया
वह आपका फर्ज
आपको करना था
आपका मन था
इसलिए किसी को बताना आवश्यक नहीं
हमने यह किया
भूतकाल पीछे छूटा है
वर्तमान विद्यमान है
उसी में रहें
उसी में सोचें
तभी ठीक है
स्वयं के लिए भी
दूसरों के लिए भी
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Thursday, 19 November 2020
वर्तमान तो वर्तमान ही है
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