Tuesday, 16 August 2022

जीओ पारसी

पारसी तो पारस है भारत के
यह तो भारत माता के वैसे लाल हैं
जो अनमोल हैं
आए कहीं से समाहित हो गए 
हिंदूस्तान में
यहाँ रहकर उन्होंने हर कर्तव्य अदा किया
माॅ भारती को गर्व है
स्वतंत्रता संग्राम का संघर्ष हो
औद्योगिक विकास हो
ये कहीं भी पीछे नहीं रहे
मैडम भिखाजी कामा 
दादा भाई नौरोजी
जमशेद जी टाटा
होमी जहांगीर भाभा
नाना पालखी वाला
ऐसे न न जाने कितने 
वाला , वाच्छा , नरीमन 
यहाँ तक कि ज्योतिष में
बेजाद दारूवाला
और आज सबकी जबा पर जिसका नाम
वे हैं आदरणीय 
   रतन टाटा
ये तो चंद नाम है
ऐसे न जाने कितनों का योगदान
शांतिपूर्ण अपना काम
न दंगा न फसाद
कानून का पालन करना
अन्याय तो कभी न सहना
सबकी आबादी बढ रही तो
इनकी घट रही
इनकी तो भारत को जरूरत है
नवरोज मुबारक हो
जीओ पारसी

No comments:

Post a Comment