ऐसा अक्सर सुनते हैं
वाकई क्या पैसा आ जाए तो उसे उडाया जाएं
बेहिसाब खर्च किया जाएं
कंजूस होना ठीक नहीं पर मितव्ययी होना जरूरी है
जो एक रूपये की कदर करता है
वह करोड रूपये की भी करेंगा
वह जानता है पैसे की अहमियत
जिसने नहीं जाना और घमंड कर लिया
इतराने लगे
उनका भी हश्र देखा गया है
यह लक्ष्मी जी है भाई
इनका सम्मान करो
नहीं तो इनका स्वभाव पता ही है
कहीं भी स्थिर नहीं रहती
अर्श से सीधे फर्श पर आ गिरेगे
अच्छे कामों में
आवश्यक जरूरतों में
फिजूलखर्ची करना कोई बुद्धिमानी नहीं है
शराब और अय्याशी करना ही पैसा कमाने का उद्देश्य नहीं है
शुक्र मनाओ
नहीं तो कुछ ऐसे भी है जो पेट भरने के लिए भी मोहताज है
तब पैसा बोलता है
पैसा चलता है
पैसा सब कुछ नहीं पर बहुत कुछ है
जिंदगी बदल देता है
उसके आने पर घमंड मत करें सम्मान करें
वह एक रूपया हो या एक करोड़
सर माथे से लगाकर ले
तब वह भी आपका साथ निभाएगा।
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