किसी अपने का इंतजार
देखने को तरस गई नैना
इन दो ऑखों में पानी
खुशी में भी रहती भीगी भीगी
यह कोई और क्या समझेगा
दिल की आवाज तो नैना ही समझती
ऑसू का मूल्य वही जानती
क्योंकि उसने ही तो बहाए हैं
अपना अनमोल मोती
वह तो हंसना चाहती है
पर हंसे कैसे
वही तो है साथ साथ
यह केवल ऑखें नहीं
नैना नहीं
दुनिया यही हमें दिखाती है
यह कभी धोखा नहीं देती
यह हर किसी के दिल की आवाज
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