Wednesday, 26 October 2022

कर्म तो करना है

हम तब भी वही थे
आज भी वही है
हम तो नहीं बदले हैं 
देखने वालों का नजरिया बदल गया है
आज हर कोई परेशान है
ऊपर से तो दिखता सब ठीक-ठाक 
अंदर ही अंदर कुछ अजीब सी हलचल 
स्वयं को दूर रखना चाहता है झमेलो से
यह तो संभव नहीं 
कीचड़ में घुसेगे तो कीचड़ लगना ही है
आग में हाथ डालोगे तो हाथ जलना ही है
भले ही वह किसी को बचाना हो
उद्देश्य अच्छा हो
फिर भी कर्म फल तो मिलना ही है
कर्म किए बिना रह भी तो नहीं सकते 

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