Tuesday, 11 March 2025

अब तो बोलो

कब बोलेंगे 
कभी तो बोलो 
मुंह भी तो खोलो 
हमेशा चुप रहना ठीक नहीं 
लोग समझ ही नहीं पाते 
दिल में क्या है कुछ तो बताओ 
कुछ इकरार करो कुछ इजहार करो 
मन में लिए ही लिए ही कब चल दोगे 
कौन जाने कब बुलावा आ जाए 
मन की बात मन में ही रह जाएंगी 
अब क्या डरना 
अब क्या सोचना 
कुछ दिन के मेहमान हैं सब 


No comments:

Post a Comment