Sunday, 29 November 2015

धरती का तापमान बढ रहा है - उसको बचाना सबकी जिम्मेदारी

यह प्रधानमंत्री मोदी जी की सबसे अपील है
मन की बात में उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए है
और उनकी यह चिंता जायज भी है
जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिग का खतरा पूरे विश्व पर मंडरा रहा है
इसलिए पेरिस में विश्व के बडे बडे देश के प्रतिनिधीइकठ्ठा हो रहे हैं
इस पर अपनी चर्चा करने के लिए और समाधान ढूढने के लिए
आज हमें सारी सुविधाएँ  उपलब्ध है पर यह सब कब तक
क्या धरती इन सब को सहन कर पाएगी
सारा विश्व बारूद के ढेर पर खडा है वह अलग
हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि बिजली बचाए
शहरों में  बिल भरना पडता है तो कम से कम लोग थोडा तो कम अपव्यय करते हैं
गॉवों की दशा तो बहुत विकराल है
पहली बात तो बिजली समय पर आती नहीं
और आती है तो अवैध रूप से कटिया डाल कर चोरी की जाती है
सारी -सारी रात लाइट जलती रहती है
भरी दोपहरी में भी जला हुआ छोड दिया जाता है
शहर में भी कुछ लोगों को रात में भी लाइट में सोने की आदत होती है
मोदी जी तो पुर्णिमा की रात का आनंद लेने के लिए कह रहे थे तो ऐसे लोगों का क्या
कभी-कभी स्ट्रीट लाईट भी जलती रहती है
कर्मचारी बंद करना भूल जाता है
ऐसे बहुत सारे कारण है जिसके बारे में जागरूक करने की जरूरत है

देर आए दुरूस्त आए आखिर शाहरूख को एहसास तो हुआ

शाहरूख खान द्वारा एक न्यूज चैनल पर एक साक्षात्कार में आमिर के बयान पर बोलते हुए खान साहब का कहना कि छोटी छोटी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए
इस देश ने हमको बहुत कुछ दिया है
कलाकार नहीं कर सकते शिकायत
अच्छा लगा सुनकर
आप लोग तो जनता के नायक है
जनता ने आपको सर ऑखों पर बिठाया है
वह आपका धर्म नहीं देखती
इतना कुछ नहीं है कि कोई डरे
घटनाएँ घटती है दुर्भाग्य से
पर कानून व्यवस्था है सबकी हिफाजत के लिए
भारत तो दूसरे देशो के कलाकार को सम्मान देता है
तो आप लोग तो हमारे अपने है
ऐसी बातें शोभा नहीं देती.
आपका देश है आप की भारतमाता है
अपने घर में डरा नहीं जाता बल्कि अधिकार के साथ रहा जाता है

कब तक मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल लाइफ लेती रहेगी

भावेश नकाटे २१ वर्ष का यह युवा अपने जान से हाथ धो बैठा क्योंकि वह भीड भरी ट्रेन में प्रवेश नहीं कर पाया
यह केवल एक दिन की घटना नहीं हर रोज दो चार घटनाए होती है
मुसाफिर अपनी जान पर खेल कर सफर करते हैं
अगर भीड थी तो ट्रेन दूसरा पकडना था पर हर ट्रेन ऐसी ही भरी हुई आती है
सबको काम पर जाना होता है
लोग मजबूरी में लटकते हुए प्रवास करते हैं नहीं तो पूरा दिन प्लेटफॉर्म पर ही बैठे रह जाएगे
क्या महिला क्या पुरूष सुबह और शाम के समय बाहर तक लटकते दिखाई देगे चलती ट्रेन में
मौत का सिलसिला बदस्तूर जारी है
एक हँसते खेलते युवक की मृत्यु का इस तरह वीडियों आना रोगंटे खडा कर देता है
वीडियों में साफ दिखाई दे रहा है कि युवक किस तरह प्रयत्न कर रहा है अंदर जाने की और आखिर कार हाथ छुट जाता है
कब तक ऐसा होता रहेगा
घर का सदस्य जब तक घर नहीं आ जाता तब तक डर समाया रहता है
लोग छत पर या खिडकी पकड कर यात्रा करने पर मजबूर है
और यह बात सरकार को भी मालूम है
कोई तो इसका हल निकाला जाय
कब तक लोग इस तरह अपनी जान जोखिम में डाल कर सफर करते रहेंगे

Saturday, 28 November 2015

संगीता कालिया - एकदम सही किया

मंत्री जी जनता से संवाद कर रहे थे शराब पर
पर यह शराब का लाइंसेंस लागू कौन करता है
कानून कौन बनाता है
पुलिस अपनी ड्युटी नहीं करेंगी क्या
एक महिला अधिकारी के साथ ऐसा बर्ताव
उसका तबादला करा दिया गया क्योंकि मंत्री जी की बात का समर्थन नहीं किया
और गेट आउट करने पर बात नहीं मानकर वही पर डटी रही
मंत्री जी के अहम को चोट लगी और आनन फानन में उनकी शिकायत पर तबादला करवा दिया
हरियाना में भाजपा की खट्टर सरकार है
भाजपा का बेटी पढाओ और बेटी बचाओ के नारे का क्या ?
पुलिस सरकार के हाथों का खिलौना है क्या
मंत्री को अपना अपमान लगा पर वे भी भरी जनता के बीच तो यह अपमान नहीं क्या कि वे गुस्से में उसे बाहर जाने के लिए कह रहे हैं
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बस्सी पर आए दिन अरविंद केजरीवाल आरोप लगाते रहते हैं
पुलिस पर क्यों दवाब डाला जाता है
उनको अपना काम करने क्यों नहीं दिया जाता
हर कोई सम्मान का अधिकारी है
पहली बात तो मंत्री को अापा नहीं खोना चाहिए
अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो अपना भी अपमान करवा रहे हैं
अगर आपको कुछ पंसंद नहीं आया तो बाद में उस पर विचार करा जा सकता था
इस तरह की झडप जनता जो टी वी पर देख रही है
उसका क्या प्रभाव पडेगा

दीवाली मंगल मिलन - सबका साथ सबका विकास की ओर प्रधानमंत्री का सकरात्मक कदम

मोदी जी ने जनता की आवाज और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से मुलाकात कर यह जता दिया कि वे सबसे करीब हैं
एक दिन पहले सोनिया गॉधी और मनमोहन सिंह से चाय पर आमतंत्रित कर वातावरण और संबंधो में मिठास घोलने की कोशिश की
हाथ मिले हैं तो दिल भी मिलेगा , यह बात भी सही है खडगे जी से हाथ मिलाते हुए यह भी कोशिश हुई
बहुत सारे बिल पडे है उनको पास कराना है तो सबका साथ चाहिए
विपक्ष को नाराज कर कुछ नहीं हो सकता
संपादकों और पत्रकारों में मोदी जी के साथ सेल्फी लेने की होड मची थी 
दीवाली के साथ नए साल की शुरूवात होती है और त्योहार लोगों को जोडने का काम करते हैं
शायद संसद सत्र के शुरू होने से संबंध भी सुधारने की कोशिश की गई जो देशहित में है
व्यर्थ की बातें और दोषारोपण की अपेक्षा कोई सकरात्मक कार्य हो
देश की जनता भी यही चाहती है ये लोग साथ आए और जनता की भलाई के लिए मिल जुलकर और सहयोग से कार्य करें

हर रोज १००० किलो भोजन का बेकार होना lITB में

जहॉ कुछ लोग भूख से मर रहे हो
दो वक्त की रोटी भी न जुटा पा रहे हो वहॉ आई आई टी बी के छात्रों द्वारा इतना खाना फेका जाना
यह बात गले नहीं उतरती
इसका कारण क्या है ?
बच्चे घर से दूर रहते हैं  मेस के खाने की क्वालिटी बराबर नहीं रहती
हर होस्टल और मेस का कमोबेश यही हाल है
छात्र क्या करे
क्यों नहीं खाने की गुणवत्ता बढाई जाती
बच्चे मजबूर होकर बाहर खाते हैं.
उसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पडता है
मेस चलाते हैं , मुनाफा कमाते हैं तो उसकी गुणवत्ता पर भी ध्यान देना चाहिए
वे यह सोच कर निश्चिंत रहते हैं कि कहॉ जाएगे
कॉलेज प्रशासन हो या और कोई शैक्षणिक संस्था
उनकी जिम्मेदारी बनती है यह देखने की
छात्रों की वजह से ही ये चल रहे हैं
मोटी रकम कमा रहे हैं तो उनके खान -पान का भी ध्यान रखना चाहिए

धन्यवाद सुरेश प्रभु -मोदी सरकार के इस रेलमंत्री का काबिले तारीफ कार्य

एक महिला यात्री  जो अकेली सफर कर रही हो और रेलमत्री से ट्वीट कर सुरक्षा की गुहार लगाए और आनन-फानन में उस पर अमल किया जाय
सच में सुन कर अच्छा लगा
रेल मंत्री मेरी मदद कीजिए ,मैं ट्रेन नं 18030 में हूँ  और एक पुरूष यात्री से परेशान हूँ  ,डरी हुई हूँ
तुरंत महिला से उसकी सीट नंबर की जानकारी लेकर उस पुरूष यात्री को वहॉ से हटाया गया
आज महिलाएँ काम के सिलसिले में बाहर निकल रही है उनको अकेले सफर करना पडता हैं
पर कभी -कभी कुछ लोगों की वजह से परेशानियों का सामना करना पडता हैं
या तो ए सी में सफर करे या हवाई जहाज में
कभी-कभी तो एक कोच में एक या दो ही महिलाएँ रहती है और बाकी पुरूष
ताश खेलते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग या घूर घूर कर देखना या मजाक करना
चुप रहना पडता है कि कौन मुसीबत मोल ले
डर भी लगता है
ऐसी बहुत सी अंवाछनीय घटनाएँ अतीत में हो चुकी है
महिलाआें की सुरक्षा के लिए और लंबी दूरी के प्रवास में महिलाएँ स्वंय को सुरक्षित महसूस करे
ऐसा कुछ व्यवस्था करनी चाहिए


Thursday, 26 November 2015

भारतीय संविधान बाबासाहब आंबेडकर की भारत को अमूल्य योगदान

आज संविधान दिवस है हमारा अपना संविधान
अंग्रेज की गुलामी से मुक्ति के बाद हमारा अपना कानून
डॉ भीमराव आंबेडकर ने भारत की गरीबी और जात पॉत को नजदीकी से देखा था
वे खुद मुक्तभोगी थे
समता स्वतंत्रता और बंधुत्व संविधान का मुख्य ध्येय है
क्योंकि भारत को सबसे ज्यादा जाति और धर्म ने मारा है
हर व्यक्ति को शिक्षा भोजन का अधिकार मिलना चाहिए
अमीर गरीब का भेद न रहें
आज बदलाव और विकास तो हुआ है
पर इसके साथ साथ नए सिरे से सोचने की भी जरूरत है
जो कभी हाल पिछडी कही जाने वाली जातियों का हो रहा था आज वही हालत अगडी जातियों का हो रहा है
उनके बच्चों का भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है
अब तो जमींदारी प्रथा तो नहीं रही न वह दबदबा रहा
कुछ तो उनके लिए भी सोचा जाए
इस समय तो परिस्थिति बदल गई है
बाबा साहब के समय का अलग था
विकास तो सबको साथ लेकर ही होगा
अब तो कुछ नये सिरे से सोच कर बदलाव करना चाहिए
वोट बैंक की पालिसी करने से कुछ को फायदा तो कुछ नुकसान भी है
सबका साथ सबका विकास के साथ रहना चाहिए
यदि अगडो की संख्या कम है तो क्या उनके बारे में नहीं सोचना चाहिए
पर कोई भी यह जोखिम नहीं उठाना चाहता
अगर कोई मोहन भागवत जैसा अपनी बात कहता है तो बवाल मच जाता है
पर अगर एक बार फिर विचार किया जाय तो शायद अच्छा होगा

आज फिर याद आ गई वह अंधेरी रात २६--११ शहीदों का बलिदान

हेमंत करकरे, संदीप उन्नी कृष्णन ,अशोक काम्टे और विजय सालस्कर को पाकिस्तान से आए आंतकवादियों ने शहीद कर दिया
हमारे ये जाबॉज सिपाही ऐसे लोगों का निशाना बन जाएगे जो इंसानियत के दुश्मन हैं
मुंबई उस दिन थर्रा गई थी
ताज और सी एस टी तथा और जगहों पर हुए मुंबई हमलों को कौन भूल सकता है
शायद इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी
ऐसा नरसंहार एक साथ पॉच छह जगहों पर
कसाब को पकडा गया सिपाही उंबाले द्वारा
उस दिन मुंबई एक साथ खडी थी
चाहे स्टेशन के कर्मचारी हो या फिर ताज होटल के या फिर कामा अस्पताल की नर्सो ने
हमारे लोगों का खून बिना कारण बहा
उस दिन जो शहीद हुए थे देश हमेशा उनका कर्जदार रहेगा.
और भारतमाता ऐसे सपूतों पर हमेशा गर्व करेगी
ऐसे सपूत जब तक रहेगे तब तक तब तक कोई देश का सर हमेशा ऊँचा रहेगा


Wednesday, 25 November 2015

कब तक नारी के प्रति भारतीय मानसिकता बदलेगी

दिल्ली विधानसभा में भाजपा के ओ पी शर्मा का अलका लांबा के प्रति बयान काफी शर्मनाक है
एक विधायक का इस तरह का बयान??
पर देखा जाय तो सभी जगह यही स्थिति है
कौन कितने बजे घर आती है
या फला की बेटी इतने रात को कहॉ जाती है
या किस प्रकार के कपडे पहनती है
या किस प्रकार के फैशन करती है इत्यादि
मॉ -बाप को जवाब देना मुश्किल हो जाता है
लगता है कि हम ही कोई गलती कर रहे हैं
अगर विकास करना है और सब क्षेत्रों में भागीदारी चाहिए तो उन्हें घर से बाहर निकलना ही पडेगा
पुरूष मित्रों के साथ रहना पडेगा
हर नौकरी दस से पॉच तक तो नहीं होगी
कोई लाईब्रेरी में पढाई कर रही होगी
या बिजनेस या राजनीति पर चर्चा कर रही होगी
कुछ काम तो रात- दिन के होते हैं
पायलट ,एयर होस्टेस ,नर्स या कॉल सेन्टर में काम करने वाली महिलाएँ
मीडिया और रिपोर्टिग करने वाली
अब कोई कहे कि ये रात रात भर घूमती है
राजनीति में या फिल्म में अच्छी महिलाएँ नहीं आती
केवल बैंक या टीचर का जॉब अच्छा है
जब दुनियॉ इतनी आगे जा रही है तब भी हम इसी मानसिकता में उलझे हैं
ऊपर से हमारे नेताओ के बयान कभी कुछ तो कभी कुछ
रंग -रूप से लेकर उनके कपडे और शारीरिक बनावट तक
अगर कहीं कुछ गलत हुआ तो उसके लिए महिला ही दोषी है
सोच बदलिए ,नजरिया बदलिए

आज करण जौहर का भी यही कहना ,आमिर खान को भारत की सहिष्णुता पर संदेह

आखिर आमिर खान को अचानक क्यों लगने लगा है कि भारत में अहिष्णुता यानि intolerance बढ रहा है
क्यों उनके साथ ऐसी कोई घटना या वाकया हुआ जो उनकी पत्नी किरण राव जो स्वंय हिन्दू है उनको देश छोडने जैसा लग रहा है
आज आमिर खान या शाहरूख खान को भारतीय जनता ने सर ऑखो पर बिठाया है
उनकी फिल्में करोडो की कमाई कर रही है
आमिर की पी  के  जहॉ हिन्दू देवता को लेकर फिल्म बनी
ऐसी फिल्म क्या दूसरी जगह बनाई जा सकती है
हिन्दू देवी -देवताओ का माखौल बनाया जाता है वह और कहीं हो सकता है
प्रसिद्ध चित्रकार हुसैन साहब को भारत छोडने के लिए बाध्य नहीं किया गया था
यह उनकी ईच्छा थी
भारत सरकार हर व्यक्ति को पूरी सुरक्षा मुहैया कराती है
यहॉ धर्म देखकर सम्मान नहीं दिया जाता
अगर ऐसा होता तो अजहरूद्दीन साहब भारतीय क्रिकेट के कैप्टन नहीं होते
फखरूद्दीन अली अहमद राष्ट्रपति नहीं होते
मुंबई पुलिस के चीफ अहमद जावेद नहीं होते
यह तो वह जगह है जहॉ सौ हिन्दू के बीच एक मुस्लिम सीना तानकर और पूरी आजादी के साथ जीता है जो शायद बहुसंख्यक कहे जानेवाला हिन्दू न जी पाए
सरफरोश और लगान के नायक आमिर से तो यह अपेक्षा ही नहीं की जा सकती
आज विश्व में देखिए क्या हो रहा है और एक नजर भारत पर भी डालिए
अंतर समझ में आ जाएगा
१२५ करोड की जनसंख्या वाला देश है हमारा
कुछ अवांछनीय घटनाए हुई है पर इसका यह मतलब तो नहीं कि उनको सरकार ने बढावा दिया
पुलिस और प्रशासन अपना काम कर रहे हैं
आपको डरने की और देश छोडकर जाने की बात सोचने की जरूरत नहीं है
आप तो जनता के नायक है अगर आप ऐसा कहेंगे तो लोगों पर इसका क्या परिणाम होगा ,यह कभी आपने सोचा है
जबकि इस समय तो एक नागरिक के नाते आपको लोगों को समझाने के लिए आगे आना चाहिए लेकिन आप तो इस तरह का बयान देकर जनता की भावनाओं को भडकाने की कोशिश कर रहे हैं
जो सर्वथा उचित नहीं है इस समय तो आपको सरफरोश के नायक वाली भूमिका अदा करनी है
आखिर देश पर आपका भी उतना ही हक है जितना किसी और का
देश में शॉति और सद्भभावना बनाए रखना आपकी भी जिम्मेदारी है आमिर भाई. 

क्यों करण जौहर साहब आपको भी ऐसा क्यों लग रहा है

Saturday, 21 November 2015

जनता का मिजाज बदल रहा है

चुनावों के नतीजे आ रहे हैं जिस तरह उसको देखकर ऐसा लगता है कि जनता का मिजाज बदल रहा है
जनता पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहती है
लोकसभा में भाजपा गठबंधन को पूर्ण बहुमत दिया ताकि केन्द्र सरकार अपना काम बिना किसी के सामने झुके और बिना रूकावट के कर सके
दिल्सी नें अरविन्द केजरीवाल की आप को पूर्ण बहुमत दिया
यह बात अलग हैं कि केजरीवाल आए दिन राज्यपाल नजीब जंग से जंग छेडे रहते हैं और मोदी जी पर भी आरोप लगाते रहते हैं
बिहार में नितीश की महागठबंधन को सरकार बना कर दी कि नितीश बिहार का विकास कर सके
कोई बहाना न बना सके कि काम करने नहीं दिया जा रहा है
जनता किसी के बहकावे में नहीं आ सकती
उसको जो निर्णय करना है वही करेंगी
नेताओ को भी सतर्क रहना पडेगा
सारे राजनीतिक पंडितों का गणित फेल कर दिया
१२५ करोड की जनता का मत है और उसका सम्मान करना चाहिए
मोदी जी के साथ सबको रहना चाहिए
क्योंकि यह जनता का फैसला है
नीतिश के विकास में सहयोगी पार्टियों को साथ देना चाहिए
अब तो पॉच साल का समय दिया हैं जनता ने सबको
जनता की अपेक्षाओं पर सब लोग खरा उतरने का प्रयत्न करें
दुसरी बात है कि विपक्ष भी अपनी भूमिका बखूबी निभाए
आपको भी संतुलन बना कर रखना है न कि जबरदस्ती काम में रोडा अटकाना
जनता की भलाई के लिए जो बिल पास करना है उसको पास होने दें

Friday, 20 November 2015

आखिर लालू ने अपना तेज दिखा ही दिया

लालू प्रताप यादव राजनीति के मंझे हुए खिलाडी हैं
यह बात आज उन्होंने साबित कर दी
अपने दोनों बेटों को सत्ता पर बिठा ही दिया
यह वही लालू हैं जिन्होने अपनी पत्नी राबडी देवी को बिहार के मुख्यमंत्री पद पर बिठा दिया था
आज महागठबंधन की सरकार बनी और लालू जी के एक बेटे को डिप्टी सी एम का पद मिल गया
पुराने कार्यकर्ता और नेता देखते रह गए और नौसिखिए को पद पर बिठा दिया
जिनको बराबर उच्चारण करना भी नहीं आया
लालू जी तो काफी पढे-लिखे हैं पर बेटे
दुश्मन का दुश्मन ,दोस्त होता है
आज सब लोग इकठ्ठा हो गए हैं
अरविंद केजरीवाल से लेकर राहुल गॉधी तक
नितीश कुमार का कितना चलेगा यह तो भविष्य ही बताएगा
पर राजनीति में भी शिक्षा का एक मापदंड होना चाहिए
डिग्री का भी तो कुछ महत्तव होता है
कोई भी बिना डिग्री के मिनिस्टर बन जा रहा है
हर पार्टी का यही हाल है

सलाम कर्नल महाडिक

आंतकवादियों से सामना करते हुए महाराष्ट्र के कर्नल महाडिक शहीद हो गये
शायद लोगों को पता भी नहीं चला होगा
ऐसे हमारे सीमा पर जवान शहीद होते रहते हैं
कब तक यह चलता रहेगा
हम दाल की ,मंहगाई की की बात करते हैं
शीना वोरा केस मीडिया पर चल ही रहा है
सातवॉ वेतन आयोग आ रहा है
कॉग्रेस के एक नेता पाकिस्तानी मीडिया को बयान दे रहे है
मोदी को कैसे हटाया जाय इसके लिए महान तैयारियॉ की जा रही है
पर शहीद जवान के बारे में बोलने या उनके अंत्य संस्कार में जाने की किसी को फुरसत नहीं
जवानों को धर्म ,जाति ,विवादो से कुछ लेना -देना नहीं होता
वे तो अपना फर्ज निभाते हैं
आज यह शहीद अपने पीछे दो छोटे बच्चों को छोड गया है
रोती -बिलखती पत्नी को छोड गया है
किसके लिए??
देश की सुरक्षा के लिए
कर्नल महाडिक जैसे लोगों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए
अलविदा महाडिक साहब और शुक्रिया
एक सामान्य नागरिक और क्या कर सकता है
पर यह देश के कर्णधारों को सोचना है

Thursday, 19 November 2015

Happy women Entrepreneurship day

एक समय था किऔरतों के लिए कुछ विशेष क्षेत्रों में ही काम कर सकती है ऐसा माना जाता था
जैसे शिक्षा ,नर्सिग , डॉक्टर या बैंकिग
बिजनेस की बात तो सोच भी नहीं सकते थे
पर समय बदला है
आज इसमें भी महिलाएँ उतर आई हैं और सफलता पूर्वक चला भी रही है
कई क्षेत्रों में तो वे पुरूषों से भी एक कदम आगे निकल गई हैं
बहुत सारी नारियों ने अपने सपनों को साकार किया है
नारी में ईश्वर ने ऐसे गुण दिए है कि वे घर -गृहस्थी संभाल सकती है तो बिजनेस क्यों नहीं
घर में औरत से अच्छा मैनेंजमेन्ट कौन कर सकता है
वह तो कुदरती लिडर होती है
आज होटल इंडस्ट्री हो या फैशन या फिल्म या फर्नीचर या बैंकिग सेक्टर
धडल्ले से व्यवसाय चला रही है फिर वह चंदा कोचर हो या पिंकी दलाल
साबित कर दिया है और कह रही है हमें मौका तो दो
अपने सपनों की उडान भरने की
पंख फैलाने की ,हम बहुत कुछ कर सकते हैं
हमें गर्भ में मत मारो ,काम करने दो
हम सारी दुनियॉ को मुठ्ठी मे करने की क्षमता रखती है
आज इंदिरा गॉधी का जन्मदिन भी है उन्होंने दिखा दिया था कि औरत को मौका मिलता है तो वह सबको पीछे छोड जाती है

इंदिरा गॉधी- एक बेमिसाल शख्शियत

 नेहरू जी की बेटी इंदिरा  ,भारत की प्रधानमंत्री
कमला और जवाहर की यह बेटी सारे भारत की बेटियों की मिसाल बनी
एक समय था कि लोग कहते थे कि बेटी क्या नहीं कर सकती नेहरू जी की भी तो एक ही बेटी है
कभी गूंगी गुडिया कही जानेवाली जवाहर की यह लाडली जब बोलने लगी तो बडे -बडे हैरान रह गए
राजनीति तो विरासत में मिली हुई थी
बचपन में ही वानर सेना का निर्माण कर स्वतंत्रता की लडाई में अपना योगदान दिखा दिया था
भारत की दुर्गा मानी जाती थी
जो ठान लिया वह करके दिखाया
विश्व के नक्शे को बदल दिया और एक नया बॉगला देश बना दिया
सारी दुनियॉ उनका लोहा मानती थी
मरने के पहले भी अपने आखिरी भाषण में उन्होंने कहा था कि
मेरे रक्त की हर बूंद देश के काम आएगी
अपने ही अंगरक्षकों द्वारा हत्या हो जाना , इससे बडा देश का दुर्भाग्य क्या हो सकता था
राजनीति तो चलती रहेगी पर हर नेता का अपना योगदान होता है
इंदिरा गॉधी का भारतीय राजनीति में एक विशिष्ट स्थान है
उनके विरोधी भी उनके कायल थे
इंदिरा को भूलना और भूलाना संभव नहीं

१००वां जन्मदिन है पार आज भी लोग उसी शिद्दत से याद करते हैं  - तुम जीओ हजारो साल .

Friday, 13 November 2015

ब्रिटेन में मोदी -क्या कोहिनूर वापस मिलेगा

वेंबली स्टेडियम में मोदी जी के स्वागत में जश्न हो रहा है
लंदन का दरबार सज चुका है  स्वागत की जोरदार तैयारी हो रही है
२००साल तक भारत पर राज्य करने वाले देश की महारानी द्वारा स्वागत करना इससे बडी बात क्या हो सकती है
मोदी जहॉ - जहॉ भाषण देते हैं लोग उनके मुरीद हो जाते हैं
शशि थरूर ने प्रश्न उठाया था आशा है मोदी जी उसे आगे बढाएगे
रानी के मुकुट में जडा कोहिनूर हमारा है क्या  उसे वापस लाने की दिशा में प्रयास किया जाएगा
दोनों देशों की सरकार मिलकर भारत के विकास के लिए क्या किया जाएगा
यह देखना है
़ब्रिटेन में साठ हजार से ज्यादा भारतीय रहते हैं
सब अपने प्रधानमंत्री को सुनने को उतावले है
ऐसा और इतना प्रेम अपने देश के प्रधानमंत्री से
अपनी मिट्टी से जुडे रहने का प्रमाण है

भाई दूज - बहन भाई के अटूट बंधन का त्योहार

भाई दूज है  बहन -भाई के प्रेम का त्योहार
हर बहन इस दिन की प्रतीक्षा करती है
दीपावली के समय आने वाला यह त्योहार नारी के महत्तव को उजागर करता है
किसी न किसी रूप में नारी की शक्ति को दर्शाता है
चाहे वह मॉ लक्षमी की पूजा हो धन धान्य के लिए
मॉ काली की पूजा शक्ति के लिए
मॉ सरस्वती की पूजा शिक्षा के लिए
मॉ ,बहन ,पत्नी और बेटी के रूप को नकारा ही नहीं जा सकता
इनसे ही घर की रौनक रहती है
आज बेटियों को गर्भ में मारा जाना कितना शर्मनाक है
हमेशा सलामती की दुआ करने वाली बहनों का भाई के जीवन में कितना महत्तव है
जीवन में सब कुछ मिल जाता है पर सहोदर भाई-बहन नही
कहा जाता है कि नीम कितनी भी कडवी हो
तो छॉव ही देती है और भाई कितना भी बैरी क्यों न हो अपनी बहन का बुरा नही चाहेगा
आज लोग दूसरे लोगों में अपनी खुशी ढूढते हैं पर यह तो रक्त का संबंध है जो ऊपर से ही बना हुआ है
बनाये हुए संबंध टूट सकते हैं पर यह नहीं
इसलिए हर भाई- बहन का कर्तव्य है कि एक -दूसरे का सम्मान करें और इस संबंध को दिल से निभाए

Thursday, 12 November 2015

असहिष्णुता पर प्रधानमंत्री मोदी जी का विचार -भारतीय जनता आपसे यही सुनना चाहती है

आखिर मोदी जी ने अपनी चुप्पी तोडी
ब्रिटिश संसद में प्रधानमंत्री जी का कहना कि हमारा देश गौतम बुद्ध और गॉधी का देश है
हम कभी अहिसहिष्णु नही हो सकते
सुनकर तसल्ली हुई
दोषियों पर कडी कारवाई करने की बात भी उन्होंने की
१२५करोड देशवासियों का देश पर हर घटना महत्वपूर्ण
मोदी जी विकास का प्रयास तो कर रहे हैं
और उद्योग धंधे लाने के लिए भी प्रयासरत हैं
उनके नेताओ को सोचना चाहिए जिनके उल जलूल बयानों का कितना बुरा असर पडता है
सबका साथ सबका विकास यह मोदी जी का मूलमंत्र रहा है
अभी भी समय है संभल जाय
कर्नाटक में टीपु सुल्तान विवाद जोड पकड रहा है
मोदी जी का स्वच्छता अभियान ,स्मार्ट सीटी , गंगा सफाई ,बनारस को क्वेटा की तर्ज पर बनाने की बात
अब तक के सबसे मशहुर प्रधानमंत्री
संसार में परचम फहराने वाले
बिना कारण के विवाद यह शोभा नहीं देता
मेक इन इंडिया मोदी जी का सपना पुरा हो
भारत को एक नई ऊंचाई पर ले जाय
यह भारतीय जनता है अपने नेता के पीछे खडी हो जाती है
फिर चाहे नेहरू का आधुनिक भारत का सपना हो
या इंदिरा का बॉगलादेश का निर्माण या राजीव गॉधी का इक्कीसवी सदी की बात या अटल जी का परमाणु परिक्षण या मनमोहन सिंह की अर्थव्यवस्था
आप आगे तो चलिए जनता आपके साथ चलेगी
जनता जिताती भी है और गिराती भी है
वह कभी भी अन्याय और अहिसस्णुता बरदाश्त नहीं कर सकती
यह वहीं जनता है जिसने इंदिरा गॉधी से उनकी रायबरेली की सीट पर भी हरा दिया था इमरजन्सी लगाने के कारण.
केजरीवाल जैसे नौसिखिए को दिल्ली की सत्ता पर बिठा सकती है
जुल्फिकार अली भुट्टो की फॉसी का विरोध कर सकती है जिन्होने भारत से सालोसाल लडने की बात की हो
यह भारतीय जनमानस है  संस्कार है

हमारी सुरक्षा में तैनात ये पुलिस कर्मी

त्योहारों का मौसम चल रहा है एक के बाद एक
गणेश उत्सव ,नवरात्र ,मोहर्रम ,पतेती,,दीपावली, क्रिसमस
सब बारी -बारी से
इनको सफल बनाने का जिम्मा हमारे पुलिस कर्मियों पर
क्या कभी हम सोचते हैं कि इनका भी परिवार है
बाल -बच्चे हैं
ये नहीं चाहते कि त्योहार मनाए
पर नहीं ये हमारे कारण रात -दिन काम में लगे रहते हैं
चाहे वह यातायात की व्यवस्था हो या फिर कुछ और
ऊपर से लोग उन्हें हिकारत से देखते हैं
उनके लिए न जाने कैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है
रात -दिन वे एक कर देते हैं
ड्युटी के कारण खाने-पीने का भी ठिकाना नहीं रहता
जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पडता हैं
हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि उनको सहयोग करे
कानून व्यवस्था बनाए रखने में
सम्मान की निगाह से देखे
वे जागते हैं तभी हम अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं

आजकल पुलिस पर प्रहार करना उन्हे मारना और टोकने पर जान लेना आम बात हो गई है पुलिस को दौडा कर मारना और जानलेवा हमला ,कानून की धज्जियॉ उडाना और लोगों का तमाशबीन बने रहना खतरे की घंटी है 

इसे नहीं रोका गया तो परिणाम भंयकर होगे

शुक्रियॉ बराक ओबामा साहब ,आपको भी नव वर्ष की शुभ कामना

बराक ओबामा ने अमेरिका में दीपावली की सार्वजनिक छुट्टी घोषित की है
इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं उन्होंने अमेरिका में काम करने वाले भारतीय नागरिकों का तो मान रखा ही हैं इसके अलावा वे भारतीय जो वहॉ के स्थायी नागरिक है उनकी भी भावनाओं का सम्मान किया है
आज सोच बदली है 
सॉपों और सपेरों का देश कहे जाने वाले भारत के प्रति
भारत एक बडी शक्ति के रूप में उभर रहा है
उसके युवा अपना एक मुकाम बना रहे हैं
सारे विश्व की निगाहे भारत पर है
व्यापार का एक अच्छा बाजार है यह
आई टी में हमारे युवाओ को महारथ हासिल है
ओबामा का यह पहला कदम है भारतीयों की शक्ति पहचानने का
एक विशाल पावर के साथ उभरता हुआ देश
कब तक अनदेखा किया जा सकता है
उनको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता
बराक ओबामा इसके लिए बधाई के पात्र हैं
और हर भारतीय उनका तहे दिल से शुक्रिया अदा करता है

Wednesday, 11 November 2015

पर्व और परम्परा अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के माध्यम

भारतीय समाज त्योहार मनाने के पीछे कितना दूरदर्शी है
ये त्योहार न जाने कितनो को रोजगार देने का काम करते है
कुम्हार जो मिट्टी के दिए बनाता है ,कपास किसानों के लिए ,तेल ,तिलहन इत्यादि का उपयोग
नये वस्त्र ,बरतन ,कंदील ऐसे न जाने कितनी घरेलू उत्पादन
आज भी नयी कंपनियॉ भारतीय बाजारों में अपनी पैठ बना चुकी है और कुछ पैठ बनाने की कोशिश में है
करोडो का टर्नओवर होता है इन त्योहारों में
सोनार,लोहार ,सुतार ,बुनकर जैसे सभी लोगों को रोजगार उपलब्ध होता है
सौंदर्य की सामग्री से लेकर मिट्टी और फूल ,पत्ते तक
सभी को खुश रहने का अधिकार और रोजी - रोटी का अधिकार था
आपसी भाईचारे की भावना ,प्रेम की भावना
लोगों के आपसी रिश्ते
देखा जाय तो इन त्योहारों की रचना मानव समाज की सर्वागीण विकास के लिए ही किया गया था