Saturday 12 September 2015

बच्चो को चन्दा इकठ्ठा करने काम न दे

प्राकृतिक आपदा जैसै तूफान ,भूकंप ,बाढ या फिर नेत्रहीन संस्था या फिर सैनिक भाइयों के लिए पैसा इकठ्ठा करना
पाठशाला से मिले फॉर्म को लेकर अडोस  पडोस में या रास्ते पर चन्दा मॉगते मिल जाएगे
कभी कभी तो उनकाे कोई झिडक देता है
कोई दरवाजा बन्द कर देता है
कोई व्यंग्य करता है  इससे उनके बालमन पर बुरा प्रभाव पडता है
कभी कभी कुछ इसका गलत इस्तेमाल भी करते है
अभिभावक भी परेशानी से बचने के लिए अपनी ही जेब से पैसा भर देते हैं
कौन इन सब झंझट में पडे दुसरी बात आज के समय को देखते हुए बच्चो को घर घर भेजना उचित नहीं है
अ:त बच्चो को इन चन्दा इकठ्ठा करने के कार्य से दूर रखा जाय तो अच्छा होगा

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