Tuesday 13 October 2015

अबकी बार बिहार चुनाव सब पर भारी

बिहार में चुनाव ,बयान पर बयान
जो कल तक दुश्मन थे आज गले मिल रहे है
साम ,दाम दंड भेद की नीति अपनाई जा रही है
भाषणो पर भाषण
रैलियो पर रैलियॉ
सारे लोग प्रधानमंत्री से लेकर दिल्ली का हर नेता ताकत आजमा रहा है
शैतान ,नरभक्षी और ब्रहपिशाच शब्दों का जमकर प्रयोग और ऊटपटांग बयान बाजी
पर लगता है इस बार बाजी पलटने वाली है
विकास पुरूष नीतिश का विकास और  जे  पी  के शिष्य समाजवादी लालु जी को छोडकर जनता आगे बढना चाहती है
वह मंडल कमंडल से ऊपर उठना चाहती है
परिवर्तन प्रकृति का नियम है
जनता का रूख भी बदला हुआ दिखाई देता है
अगर NDA जीता तो इसका एक कारण परिवर्तन भी होगा
वैसे मोदी जी का पलडा भारी दिखता है
बिहार की जनता की आशाओ पर कौन खरा उतरता है यह तो वक्त ही बताएगा
पर जो भी हो जीत लोक तंत्र की होगी

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