Saturday 28 November 2015

हर रोज १००० किलो भोजन का बेकार होना lITB में

जहॉ कुछ लोग भूख से मर रहे हो
दो वक्त की रोटी भी न जुटा पा रहे हो वहॉ आई आई टी बी के छात्रों द्वारा इतना खाना फेका जाना
यह बात गले नहीं उतरती
इसका कारण क्या है ?
बच्चे घर से दूर रहते हैं  मेस के खाने की क्वालिटी बराबर नहीं रहती
हर होस्टल और मेस का कमोबेश यही हाल है
छात्र क्या करे
क्यों नहीं खाने की गुणवत्ता बढाई जाती
बच्चे मजबूर होकर बाहर खाते हैं.
उसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पडता है
मेस चलाते हैं , मुनाफा कमाते हैं तो उसकी गुणवत्ता पर भी ध्यान देना चाहिए
वे यह सोच कर निश्चिंत रहते हैं कि कहॉ जाएगे
कॉलेज प्रशासन हो या और कोई शैक्षणिक संस्था
उनकी जिम्मेदारी बनती है यह देखने की
छात्रों की वजह से ही ये चल रहे हैं
मोटी रकम कमा रहे हैं तो उनके खान -पान का भी ध्यान रखना चाहिए

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