Saturday 18 June 2016

बेटी बचाओ

मातृशक्ति नहीं बचेगी तो इस दुनियॉ में बचेगा कौन???
प्रसव वेदना ,दुख- दर्द पीडा सहेगा कौन
मानव हो तो दानवता को त्यागो
उस नन्ही सी जान की रक्षा कर इंसान बनो तुम
यही मॉ है जो इस दुनियॉ में सबको लाई है
यही पत्नी है जो सहधर्मिणी तथा सुख- दुख की भागीदार है
यही कोख में पल रही बेटी है जो पिता कहलाने का सौभाग्य दिला रही नारी ही जननी है
उसकी ही कोख में संसार पला है
वही नहीं तो फिर कोई नहीं
न तुम न यह संसार
गर्भ में जिसकी हत्या हो रही है
वही जीवनदायिनी है
अपने ही हाथों से अपना विनाश मत करो    --- बेटी बचाओ

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