Thursday 30 June 2016

जिंदगी एक प्रयोगशाला

आज विज्ञान की लैब में प्रयोग करते समय अचानक एहसास हुआ
हमारी जीवन भी तो एक प्रयोगशाला ही है
लैब में हम भिन्न- भिन्न एक्सपरीमेन्ट करते हैं
कभी दो गैसों को एकत्रित करते हैं
कभी कोई द्रव्य मिलाते हैं
कभी रंग बदलता है ,कभी धुऑ भी निकलता है
प्रयोग सफल नहीं होता तो फिर करते हैं
जीवन की प्रयोगशालला में तो नित नए प्रयोग होते हैं
कुछ सफल होते हैं तो कुछ असफल
कुछ खुशी देते हैं तो कुछ रूलाते हैं
कुछ तो पूरी जिंदगी बदल देते हैं
जीवन के मायने ही बदल जाते हैं
जो बीता वह वापस नहीं आता
जीवन तो एक ही मिला है अब किस बात पर कौन- सा मोड लेगा
कोई नहीं जानता
पर इस कारण चुप होकर बैठ भी तो नहीं सकते
कर्म तो करना ही है और कर्म करते समय बहुत कुछ ऐसा करना पडता है
जो हम नहीं चाहते पर हो जाता है
यह प्रयोग शाला कभी बंद भी नहीं होती
कभी उलझ जाती है तो सुलझाने की कोशिश होती है
उस प्रयोगशाला में तो मशीन लगाकर पता कर सकते हैं
पर इसमें तो एक ही कर्ता है ऊपर वाला
जमीन पर एक से एक नायाब प्रयोग कर लिया गया
पर भाग्य और तकदीर पर नहीं
वह तो जैसा है वैसा ही रहेगा
लाख बदलने की कोशिश करें तब भी

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