Sunday 24 July 2016

मेरी गुडियॉ - सबसे न्यारी

गुडियॉ रानी ,बडी सयानी ,सबसे प्यारी
गोरा- गोरा रंग ,काली- काली ऑखें
बाल सुनहरे ऐसे ,सोनपरी हो जैसे
झप- झप झपकाती ऑखें
लगती ऐसे बोल पडेगी मेरी प्यारी गुडियॉ
सुंदर- सुंदर वस्र पहनती ,नित खेल नई रचाती
गुड्डे संग ब्याह रचाती ,पकवान नित नए सजाती
किसी को हाथ न लगाने देती,करती इसकी हमेशा बडाई.    मेरी गुडियॉ सबसे न्यारी  ंंंंं
छू ले इसको कोई तो फिर होती खूब लडाई
चाहे कोई भी फिर हो
मॉ - पापा या भैया
नित बातें करती मैं इससे
मेरी सबसे अच्छी सखी है गुडियॉ
रूठना- मनाना हर दिन करती
मन भर प्यार भी करती
मेरी गुडियॉ ,प्यारी ंंंंंं
बचपन की है साथी
खेल- खिलौने कितने हो पर गुडियॉ के आगे सब फीके
निर्जिव होकर भी सजीव है यह
बातें तो इससे कर सकती हूँ.
अकेलेपन की साथी मेरी ,दिन- रात साथ निभाने वाली.
इससे बडा सहारा कौन
खाना- पीना ,उठना- बैठना ,सोना- जागना इसके साथ
इससे अच्छा मेरा कौन
गुडियॉ मेरी प्यारी गुडियॉ

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