Sunday 16 July 2017

कुछ टेढापन भी जरूरी है यारों

जिंदगी मिली है जीने के लिए
सीधा - सादा और उच्च विचार
पर लोग तो इस तरह जीने ही नहीं देते
सीधा पेड ही हमेशा पहले काटा जाता है
ज्यादा मेहनत नहीं और फायदा भी
संसार में सीधेपन का फायदा उठाने वाले
हर जगह मिल जाएगे
इसलिए ज्यादा सीधा बनना भी ठीक नहीं
भगवान शंकर इसलिए भोलेनाथ है कि
उनके पास तीसरा नेत्र है
जो भस्म करने की भी शक्ति रखता है
विशाल समुद्र अगर खारा न होता तो
लोग कब का उसे पी जाते
अगर सांप जहरीला न होता
तो उसको खिलौना बना लेते
अगर शेर खूंखार न होता तो
वह जंगल का राजा नहीं
घर के खूंटे से बंधा होता
सीधा रहना है पर इतना भी नहीं
कि लोग उसका नाजायज फायदा उठाए
तंग करें ,और व्यंग्य कसे
पहले शक्तिशाली बने , फिर सीधा बने
वरना यह दुनिया जीने नहीं देगी
क्षमा भी उसी को शोभा देती है
जिसके पास शक्ति हो
दिनकर जी की पंक्तियॉ
क्षमा शोभती उस भुजंग को जिसके पास गरल हो

उसको नहीं जो विनित ,विषहीन हो

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