Sunday 10 December 2017

अब तो मुंबई भी धुंध के घेरे में

मुंबई का मिजाज दो दिन से बदला - बदला सा है
ठंड वातावरण और नमी यह मुंबई वासियों को ज्यादा नहीं दिखाई देता
यहॉ तो ठंड कब दबे पैर आती है और कब जाती है
पता ही नहीं चलता
रंगबिरंगे स्वेटर और शॉल से वे वंचित रह जाते हैं
जब कभी तेज हवा चलती है तो मुंबई वाले घर से बाहर आनंद लेने के लिए निकलते हैं
बारीश के पानी नें फुटबाल खेलते हैं और तैराकी करते मुंबई कर को देखा जा सकता है
किसी भी मौसम की अति नहीं
पर कुछ वर्षों से मुंबई का मौसम भी रंग बदल रहा है
कभी बारीश में डूब रही होती है
तो कभी गर्मी में जल रही होती है
और अब तो धुंध छाया हुआ है
कोहरा भी नया ही है और अच्छा भी लगता है
पर यह कहीं प्रदूषण का संकेत तो नही??
दिल्ली के बाद अब मुंबई की बारी तो नहीं ???
इसका असर हवाई सेवा और मुंबई की लाइफ - लाइन कही जानेवाली लोकल ट्रेन पर भी पडा है
२४ घंटे अपनी रफ्तार में चलनेवाली मुंबई को घने कोहरे का सामना करना पडा है
मुंबई वासी तो पॉच- दस मिनट की देरी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते
भागने - दौडने की जो आदत पड गई है
इस धुंध को हल्के में नहीं लेना है
क्या पता यह धुंध मुंबई की रफ्तार को रोक दे
सजग - सचेत रहना होगा
-२६ जुलाई फिर से न दोहराया जाय

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