Thursday 26 April 2018

पति रावण जैसे , राम जैसे नहीं

मां ने बेटी से पूछा कि बेटी तुझे कैसा #वर चाहिये? बेटी ने जबाब दिया मुझे #रावण जैसा वर चाहिये। मां ने यह शब्द अपनी बेटी से सुनते ही #चिल्लाई ।और डाँटते हुए अपनी बेटी को समझाने लगी?
बेटी #रावण नही #राम जैसा पति मांगते है। जो #पुरुषोत्तम और जगत के कुल थे ।
बेटी ने शांत मन से कहा कि मां रावण ने अपनी बहन #शूर्पणखा की इज्जत की खातिर अपनी  लंका का विनाश करवाया। लेकिन समझौता नही किया।
सीता का हरण किया लेकिन उसकी इच्छा के #विरूद्ध कोई कार्य नही किया ।
जिस इंसान में #औरत के प्रति इतनी इज्जत और #श्रद्धा हो। वह पति जीवन में एक जन्म नही सात जन्म मिलना चाहिये ।
और मां आप राम के #पुरुषोत्तम की बात कर रही हो। क्या तुम चाहती हो। कि तुम्हारी #बेटी घर घर ठोकरें खाये ।सीता की तरह ?
अगर अपने पति के लिये यह सब कर भी लूँ । और मेरा पति मेरे #चरित्र पर उंगली उठाये । तो अग्नि परीक्षा ??
अग्नि परीक्षा अगर दे भी दूँ  तो #गर्भावस्था मैं मुझे घर से निकाल दिया जायेगा । तो क्या आप मेरे पति को #पुरुषोत्तम कहेंगी ।।
#मां जवाब सुनकर सन्न थी ।।और #बेटी के सवाल खत्म नही हो रहे थे ।
  . ............   Unknown.    Copy pest

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